Thursday, August 31, 2023

Future Vision of Integrated Pest Management (IPM) and Natural Farming. आईपी एम तथा प्राकृतिक खेती का भविष्य दृष्टिकोण अथवा विचारधारा। । AQ

आईपीएम के उद्देश्य:-
जहर मुक्त खेती और रोग मुक्त समाज
यही है आई पी एम एवं प्राकृतिक खेती के प्रयास
कम लागत और कम पानी से अधिक उत्पादन
प्राकृतिक खेती एवं आईपीएम है इसके साधन
रोग मुक्त औषधि मुक्त तथा भूख मुक्त समाज
यही है आईपीएम के प्रयास
सुरक्षित भोजन
 के साथ भरपूर भोजन
फूड सिक्योरिटी अलांग विद फूड सेफ्टी
जहर मुक्त खाना और प्रदूषण मुक्त पर्यावरण
यही है आई पी एम तथा प्राकृतिक खेती के आचरन_
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2.In View of today's,social,economical,natural,Ecological, Environmental, marketing ,legal,and Scientific requirements the concept of crop production,protection,IPM,Managemrnt and organic and natural farming,must be safe, sustainable ,profitable and ,income and bussiness oriented and harmonious with,nature, society and life. For which Suitable facilities must be developed by the the Govt.
आज की सामाजिक ,आर्थिक, प्राकृतिक, पारिस्थितिक तांत्रिक, पर्यावरणीय ,विपणन, विधाआई अथवा लीगलतथा वैज्ञानिक जरूरतो के हिसाब से फसल उत्पादन, फसल रक्षा ,आईपीएम तथा फसल मैनेजमेंट अथवा फसल प्रबंधन ,ऑर्गेनिक तथा प्राकृतिक खेती की विचारधारा सुरक्षित ,स्थाई, लाभकारी ,आय तथा व्यापार पर आधारित तथा प्रकृति ,समाज और जीवन के साथ सामंजस्य स्थापित करने वाली होनी चाहिए l इसके लिए सरकार की ओर से समुचित सुविधाएं विकसित की जानी चाहिए।
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2.कृषि को रसायन मुक्त करना, फसल पारिस्थितिकी तंत्र को सक्रिय बनाना तथा संरक्षित जैव विविधता से भरपूर एवं उत्तम पर्यावरण के साथ प्रकृति और समाज के लिए अनुकूल फसल पर्यावरण बनाना आईपीएम तथा नेचुरल फार्मिंग अथवा प्राकृतिक खेती के विजन तथा भविष्य के दृष्टिकोण हैं।
3.Grow crops with minimum expenditure,orwith or without use of chemical pesticides and fertilizers is the besic theme of IPM and Natural Farming.
4.IPM includes the management of all the problems related with crop production, protection management, marketing and consumption of agricultural commodities besides the safety and protection of nature, Society and life.
5.To make crop production and protection systems safe and secure to produce safe and quality agricultural commodities to eat and also to trade i with minimum or no cost  is  the besic theme of IPM and Natural Farming  .
6.To reduce the use of chemicals in agriculture as extent as possible is the besic theme of IPM.
7.. सरकार के द्वारा फसल उत्पादन एवं फसल सुरक्षा हेतु रसायन मुक्त इनपुट की उत्पादन इकाइयों अथवा उद्योगों को स्थापित करके उनकी उपलब्धता कृषकों के द्वार पर सुनिश्चित करना आईपीएम के क्रियान्वयन के लिए प्रथम आवश्यकता है । और इस और सरकार के प्रयासों की प्राथमिकता अनिवार्य है।
8. खेती में कंप्यूटर पर आधारित इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी को शामिल करना आज की परम आवश्यकता है।
9.पेस्ट सर्विलेंस एंड मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत किया जाए । राष्ट्रीय स्तर पर हानिकारक जीवों की एंडेमिक, एपिडेमिक एवं पांडेमिक एरिया वाइज वेदर डाटा और पापुलेशन के ऊपर एक डाटा बैंक बनाया जाए जिससे पेस्ट फोरकास्टिंग सिस्टम विकसित किया जा सके।





10... जमीन को बलवान बनना तथा उसमें पर्याप्त मात्रा में ऑर्गेनिक कार्बन, सूक्ष्मजीव, ह्यूमस तथा जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने हेतु सभी आवश्यक तत्वों की जमीन में अनिवार्य तथा जरूरी मात्रा का स्तर बढ़ाने हेतु आवश्यक कदम बढ़ाने की आवश्यकता है इसके लिए आवश्यक कदम बढ़ाना चाहिए जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ाई जा सके तथा जमीन को बलवान भी बनाया जा सके।
11.रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग से क्षतिग्रस्त हुए फसल पारिस्थितिक तंत्र तथा जैव विविधता का पुनर्स्थापना करने हेतु आवश्यक कदम उठाना जरूरी है।
12. प्राकृतिक खेती के विभिन्न इनपुट्स तथा विधियों को आईपीएममें समावेशित किया जाए.
आईपीएएम तथा प्राकृतिक खेती मैं की जाने वाली गतिविधियों को कृषकों के द्वारा दैनिक जीवन की गतिविधियों में शामिल किया जाए।
13.पेस्ट फोरकास्टिंग मॉडल विकसित किया जाए।
14. प्रकृति के सीमित संसाधनों से मनुष्य तथा जीवो के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु उपाय विकसित किया जाए और उनको आईपीएम में सम्मिलित किया जाए।
15. किसान को अन्नदाता के साथ-साथ ऊर्ज।दाता भी बनाना पड़ेगा इसके लिए कृषि को अन्य औद्योगिक अथवा व्यापारिक क्षेत्र में विविधीकरण करना पड़ेगा । जैसे गन्ने से इथेनॉल बनाना और इथेनॉल से गाड़ियों को चलाया जा सकता है।






Wednesday, August 23, 2023

एकीकृत नाशी जीव प्रबंधन की विचारधारा भाग 2

1,आई पी एम अथवा एकीकृत नासिजीव प्रबंधन विज्ञान के साथ-साथ दर्शन, सुरक्षित खेती करने की एक विचारधारा अथवा कॉन्सेप्ट, आध्यात्म, अर्थशास्त्र, सामाजिक शास्त्र, ,पारिस्थितिक तंत्र, इकोलॉजिकल इंजीनियरिंग ,पर्यावरण, विधाई या लीगल, प्रकृति और समाज के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाली ,व्यापारिक एवं जीवन के विभिन्न मुद्दों से जुड़ी हुई बीज से लेकर बाजार और फसल उत्पादों के अंतिम प्रयोग तक की खेती करने की एक विचारधारा है जो बढ़ती हुई आबादी के अनुपात के हिसाब से मौजूद प्राकृतिक संसाधनों एवं विभिन्न प्रकार की वनस्पति संरक्षण तथा खेती करने की विधियों के समेकित रूप से प्रयोग के द्वारा फसल पर्यावरण में पाए जाने वाले सभी हानिकारक जीवों की संख्या को आर्थिक  हानि स्तर के नीचे सीमित रखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य, पर्यावरण, फसल पारिस्थितिक तंत्र, जैव विविधता , प्रकृति और समाज को कम से काम बाधित करते हुए खाने के योग्य सुरक्षित भोजन एवं खाद्य सुरक्षा तथा व्यापार हेतु गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पादों का उत्पादन करने में सक्षम होती है।
2,Concept not method
3.Skill development programme
4..Bioecological  approach for pest Management .
5.Change of mindset of the IPM stakeholders and farmers.
6.Way farward from chemical farming to Natural farming.
7.Motivational programme.
8.Social movement to reduce the use of chemicals in agriculture.
8.Awareness creation programme amongpublic about I'll effects of chemical pesticides on public, environment and ecosystem.
9 Economical development along with ecological and environmental development.
10.Total management of crop production,protectio and crop management system  .
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Sunday, August 20, 2023

How to facilitate the implementation of IPM.

Let's facilitate the implementation of IPM by promoting the following activities.
1.Change the pro chemical pesticidal mindsets  of IPM stakeholders and farmers.
2.To ensure the availability of quality IPM Inputs at the door steps of the farmers in sufficient quantity at the time when they are required.Govt must establish the industries pareller with chemical pesticides for the production of IPM  inputs to ensure their availability to the farmers .The research Organisations like ICAR and SA Us must prepare project for the Industrial production of these IPM inputs.
3.Lets have sympathy to all the organisms wheather beneficial or harmful found in upper and below ground biodiversity or Agroecosystem.
4.Lets use IPM inputs in such a way so that there should not be any advese effect on nature and society.
5.Lets keep Agroecosystem active.
6.Conduct Agroecosystem Analysis (AESA)as a  descion making process at regular intervals.
7 Let's keep in mind the safety of environment, ecosystem, biodiversity,nature and society while doing IPM.
8.Priotitize the safety of nature and society instead of the priority of chemical pesticides and fertilizers.
9.
Lets have full willingness  from our mind and soul to reduce the use of chemicals while doing IPM.
10.Promoting the use of biopesticides and other nonchemical methods of pest management .
11.Use chemical pesticides as an emergency tool based on strict pest surveillance and monitoring of pest population.
13.Creating awareness among IPM stakeholders about ill effects of chemical pesticides on nature and society.
14 Conservation of beneficial fauna found in Agroecosystem adopting various methods including ecological engineering by way of adopting multiple vroping by   growing of companion crops as border or intercrops with main crops,avoiding  use  of chemicals at regular intervals.Use botanical pesticides in place of chemical pesticides need arises .
15.Include the inputs and methods of natural farming with IPM to facilitate it.
16.Lets have a common consensus among all IPM stakeholders that  we must have to reduce the use chemicals in Agriculture or IPM  for the safety of nature, environment Agroecosystem, biodiversity and society and also to ensure food security along with food safety.


Thursday, August 17, 2023

Different concepts of IPM

1IPM is is a Science, Philosophy,Spirituality,Sociology,Economics of doing farming including management of pest population below ETL in an agroecosystem with minimum expenditure , minimum or without use of chemicals and least disturbance to community health, environment, ecosystem, biodiversity nature and society through adoption of all available, affordable and feasible methods of pest management and doing safe and secure farming .It is a  way of farming without harming to the nature and society.
2.A skill development programme to make IPM stakeholders competent to grow safe crops to eat and quality agricultural commodities to trade with minimum expenditure,minium use of chemicals and least disturbance to community health, environment ecosystem biodiversity nature and society though adoption of all available, affordable and feasible methods of farming and pest management to maintain pest population below ETL.
3.Bio-control  or bioecological approach of  pest management.
4. Social movement to reduce the use of chemicals  in agriculture.
5.Change of the chemical mindsets of the IPM stakeholders for farming .
6.A way farward to the Natural farming.
7.Motivation of farmers to adopt IPM for promotion of IPM.
8.To create awareness among the farmers and all other IPM Stakeholders about the ill effects of chemicals on nature and society.
9.To make crop production and protection systems safe and secure.
1o Pest Surveillance and monitoring though .Agroecosystem Analysis(AESA)based  descision making system in implementation of IPM.
11.IPM Farmers Field Schools (FFS)  a potential tool  for promotion of IPM.
12.Promotion of Ecological Engineering for crop production and protection system and conservation of biodiversity in Agroecosystem.
13.Lets motivate,educate and facilitate the IPM stakeholders and farmers for doing safe and secure crop production , protection and management system .
14.To ensure the availability of quality IPM Inputs at the door steps of the farmers.
15.IPM is not  the method of pest management but it is the concept of doimg safe and secure farming right from seed to marketing and even up to end use of agriproduce produced through this method.
16.It is the concept of doing safe and secure farming with safety of nature and society.
17. To get rid of from pest problems minimum expenditure and with least disturbance to community health, environment, ecosystem, biodiversity,nature and society.
18.An economical development alongwith, Environmental ,ecologica,l Social,and natural development.
19.A total crop management system with systematic approach.
20.It is a way forward from to grow more food to grow safe and quality food also.