2, आई पी एम कम से कम खर्चे में, रसायनों का कम से कम उपयोग करते हुए तथा प्रकृति,पर्यावरण, समाज एवं जीवन को कम से काम बाधित करते हुए ,खेती करने की एवं वनस्पति संरक्षण करने की सभी विधियों को समेकित रूप से प्रयोग करते हुए ,जिसमें रासायनिक विधियों का प्रयोग सिर्फ अंतिम विकल्प के रूप में करते हुए ,खेतों में नशीजीवों की संख्या को आर्थिक हानिस्तर के नीचे सीमित रखते हुए ,नशीजीवों की समस्याओं से छुटकारा प्राप्त करना ही आईपीएम कहलाता है।
3, आईपीएम बीज से लेकर फसलों की कटाई के उपरांत की गतिविधियों, विपणन ,संग्रह ,उनके अथवा फसल उत्त्पादों के अंतिम प्रयोग यहां तक की अगली फसल की बुवाई की तैयारी तक की फसल उत्पादन तथा फसल रक्षा पद्धति का समेकित एवं संपूर्ण प्रबंधन है।
राम आसरे
1, फसल पारिस्थितिकतंत्र में पाए जाने वाले सभी लाभ दायक एवं हनिकारक जीवो के पति करुणा ,दया ,मैत्री, प्रेम, सद्भावना, एवं सहानुभूति रखते हुए वनस्पति संरक्षण करना ही आई पी एम का प्रमुख सिद्धांतहै।
2, भूख ही मजहब है इस दुनिया का
और हकीकत कोई नहीं
खाने के लिए सुरक्षित भोजन का उत्पादन तथा खाद्यसुरक्षा साथ-साथ चलने चाहिए। फूड सिक्योरिटी एंड फूड सेफ्टी मस्त ने simulteniously यही आईपीएम का प्रमुख उद्देश्य है।
3, फसल पारिस्थितिकतंत्र में पाए जाने सभी लाभदायक एवं हानिकारक जीवों की रसायनों के द्वारा नृसंस और अंधाधुंध हत्या को अवॉइड करते हुए अथवा दूर करते हुए विवेकपूर्वक लाभदायक एवं हानिकारक जीवों की संख्या को उचित अनुपात में तथा हानिकारकजीवों की संख्या को आर्थिक हानी स्टार केनीचे सीमित रखते हुए वनस्पति संरक्षण करना ही आईपीएम कहलाता है।
4, छोटीसे छोटी श्रेणी के कृषकोंकी मौजूदा संसाधनों द्वारा जीवन, प्रकृति
व समाज को कम से काम बाधित करते हुए जीविका अर्थात लाइवलीहुड को सुनिश्चित करते हुए खेती करना ही आईपीएम कहलाता है।
5, प्राकृतिकखेती आईपीएम का ही एक सुधार हुआ रूप है।
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