Tuesday, March 22, 2016

आई.पी.एम किसान खेत पाठशाला

नीलगगन के तले आई.पी.एम का पाठ पढ़ें ।

A school with no boundaries and ceiling where IPM is taught and practised is called as IPM Farmers Field School (FFS).

बिना चारदीवारी एवं छत की पाठशाला जहां आई.पी.एम का पाठ सिखाया एवं क्रियान्‍वयन (अभ्‍यास) किया जाता है आई.पी.एम खेत पाठशाला कहलाता है । खेत स्‍वयं हमें बहुत कुछ सिखाता है इसीलिए वह आई.पी.एम खेत पाठशाला कहलाता है ।

निश्‍चित अवधि (साप्‍ताहिक) के अन्‍तराल से खेत का भ्रमण करके खेत के फसल का अवलोकन करके खेत में पाये जाने वाले सभी जैविक व अजैविक कारकों की संख्‍या व तीव्रता आदि का आकलन करके अपने पूर्व अनुभव को समाहित करके फसल पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्‍यान में रखकर फसल पारिस्‍थतिक तंत्र का विश्‍लेषण को एक चार्ट पर बनाकर सभी जैविक व अजैविक कारकों के समेकित प्रभाव को ध्‍यान में रखकर खेत के लिए उत्‍तम कृषि क्रियाओं को करने के लिए निर्णय लेना आई.पी.एम खेत पाठशाला कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियां हैं । इससे कृषकों को स्‍वयं के अनुभव के आधार पर खेत के लिये स्‍वयं निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करके कृषकों को निपुण व हुनरमंद बनाना आई.पी.एम किसान खेत पाठशाला का प्रमुख उद्येश्‍य है । प्रत्‍येक आई.पी.एम कृषक खेत पाठशाला में 30 कृषकों व 5 राज्‍य सरकार के कृषि प्रचार एवं प्रसार कार्यकर्ताओं को एक पूर्व प्र‍शिक्षित कोर ट्रेनिंग टीम के द्वारा लगातार सप्‍ताह में एक बार एक ही खेत में जाकर कृषकों को संपूर्ण फसल अवधि तक प्रशिक्षित किया जाता है जिससे वे अपने खेत के बारे में स्‍वयं निर्णय ले सकें । प्रशिक्षण के लिए अनौपचारिक शिक्षा पद्धति एवं स्‍वयं करके सीखने की विधि अपनाई जाती है ।    

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