मैंने आई पीएम की अपने वैज्ञानिक ,शैक्षणिक ,व्यवसायिक ,सामाजिक ,प्राकृतिक ,आर्थिक ,पर्यावरणीय ,पारिस्थितिक तंत्री य ,आध्यात्मिक ,राजनैतिक ,अनुसंधान आत्मक, अनुभव के आधार पर जीवन के विभिन्न पहलुओं एवं ऊपर बताए गए दृष्टि कोणों के आधार पर विवेचना करके आईपीएम को समाज व प्रकृति से जोड़ने का प्रयास किया है जिसे IPM फिलासफी या आईपीएम दर्शन कहते हैं l इस आईपीएम फिलोसोफी के कुछ मुख्य बिंदु इस प्रकार है:-
1. IPM प्लांट प्रोटक्शन की विधि नहीं है बल्कि वह प्लांट प्रोटक्शन की एक विचारधारा है
2. आईपीएम प्रकृति, समाज, पारिस्थितिक तंत्र ,पर्यावरण, सामुदायिक स्वास्थ्य, जैव विविधता तथा जीवन को स्थायित्व प्रदान करने वाले सभी कार को को हानि ना पहुंचाते हुए खेती करने का एक तरीका है l
3. IPM एक कौशल विकास का कार्यक्रम है जिसमें हम आईपीएम के सभी भागीदारों को एवं कृषकों को कम से कम खर्चे में, कम से कम रसायनिक कीटनाशकों एवं रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करके या करते हुए खाने के लिए सुरक्षित भोजन एवं व्यापार के लिए गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पादों का उत्पादन इस प्रकार से करने के योग या सक्षम बनाते हैं की कृषि उत्पादों के उत्पादन क्रिया में अपनाई गई विधियां प्रकृति ,समाज, पारिस्थितिक तंत्र आदि को कम से कम नुकसान पहुंचाएं या नुकसान ना पहुंचाएं
IPM IS A WAY OF FARMING WITHOUT HARMING TO THE NATURE AND SOCIETY.
4. आईपीएम वनस्प.ति संरक्षण का वह तरीका है जो प्रकृति समाज जीवन से जुड़े हुए आवश्यक वस्तुएं पारिस्थितिक तंत्र, सामुदायिक स्वास्थ्य, जैव विविधता आदि का विशेष ध्यान रखकर किया जाता है l
5. IPM का क्रियान्वयन करते समय यह ध्यान रखा जाता है की उसमें देश का जीडीपी पर आधारित विकास के साथ-साथ प्रकृति, पर्यावरण व समाज का विकास भी सुनिश्चित हो सके l
6.IPM is a vision for betterment of nature and future.
7. आज के सामाजिक, आर्थिक, प्राकृतिक ,पर्यावरण के परिपेक्ष एवं परिदृश्य में फसल उत्पादन एवं फसल सुरक्षा करने की विचारधारा अथवा आईपीएम की विचारधारा पर्यावरण ,प्रकृति एवं समाज हितेषी ,लाभकारी, मांग पर आधारित होने के साथ-साथ सुरक्षित ,स्थाई ,रोजगार प्रदान करने वाली ,व्यापार को बढ़ावा देने वाली, आय को बढ़ावा देने वाली तथा समाज प्रकृति व जीवन के बीच सामंजस्य स्थापित करने वाली, जीवन की राह को आसान बनाने वाली होनी चाहिए तथा जीडीपी पर आधारित विकास के साथ-साथ सामाजिक ,प्राकृतिक ,पर्यावरण ,पारिस्थितिक तंत्र के विकास को करने वाली तथा कृष को ,कृषि श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने वाली होनी चाहिए l
8. प्रकृति में मौजूद फसल उत्पादन एवं फसल संरक्षण की व्यवस्था का अध्ययन करके उसे IPM की व्यवस्था में समाहित करें l
9. वर्तमान या मौजूदा जीने के तरीके को बदल कर प्रकृति के अनुकूल बनाना l
10. प्रकृति पर आधारित बिना रसायन वाले विधियों को बढ़ावा दें l
11. IPM अहिंसा, संवेदनशीलता ,सहानुभूति,, सहनशीलता एवं सामंजस्य पर आधारित वनस्पति संरक्षण की एक विचारधारा है l
12. आईपीएम विविधताओं के अनुकूल खेती करने का एक तरीका है l
13. पृथ्वी पर जीवन को स्थायित्व प्रदान करने के लिए एवं जीवन निर्माण हेतु आवश्यक सभी कार्य को को संरक्षण प्रदान करना l
14. IPM agroecosystem ,Environment, crop physiology,economics,Socialand natural,principles पर आधारित प्लांट प्रोटक्शन के विचारधारा है l
15.Lets not misuse any natural and artificial resource while doing IPM.
16.IPM is not against use of chemical pesticides but definitely against the misuse of the chemical pesticides. IPM रसायनिक कीटनाशकों के प्रयोग के विरोध में नहीं है परंतु वह इसके दुरुपयोग के विरोध में अवश्य हैl आईपीएल के क्रियान्वयन हेतु रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग सिर्फ आपातकालीन स्थिति के निपटान हेतु किया जाता है l
17.None of the chemical pesticide is safe but it can be and must be used safely.
18.Agroecosystem damaged due to indiscriminate use of the chemical pesticides and chemical fertilizers may be restored while doing IPM.
19. Food security and food safety must go on simultaneously.
20. किसी भी हानिकारक जीव यह पेस्ट की संख्या को किसी भी तरीके से इस ji तक कम करना की उस से होने वाला नुकसान नगण्य हो pest Management ya Nasi jio prabandhan kahlata hai. के लिए जब एक से अधिक विधियों का समेकित रूप से उपयोग करते हैं तो उसे एकीकृत ना सीजी प्रबंधन कहते हैं l
21. खेती स्वयं में एक एकीकृत पद्धति है जिसमें विभिन्न विधियों को समेकित रूप तथा योजनाबद्ध तरीके से प्रयोग करके फसल उत्पादन एवं फसल सुरक्षा की जाती हैl
22. फसल पारिस्थितिक तंत्र मैं पाए जाने वाले सभी जैविक व अजैविक कार्य को का अपना महत्व एवं भूमिका है इस महत्व और भूमिका को पहचान करके प्रयोग में लाना ही आईपीएम पद्धति कहलाती है l
23.IPM is a bio ecological approach of pest management in which ecofriendly approaches of pest management must be promoted.
24.Tolerate the crop loss due to pest up to the pest population below ETL which is required for survival of beneficial organisms or biocontrol agents found In agroecosystem and to maintain the ecological balance .
25.Managing the pests keeping in viewing food security,trade security,biosecurity,health security and Environment security.
26.All the organisms found in the Agroecosystem are not pests .Majority of them are beneficial which regulate the pest population and must be conserved in the agroecosystem.
27.Not all the pests must must be controlled or managed .Manage or control only those pests which do not give us time to control or manage them.
28.Plants have its every parts more than its requirements.
29.The plants have an ability to sustain themselves under certain adverse conditions up to certain extent.
30.Abiotic factors also contribute for the crop loss or crop yield significantly.We must also consider those factors.
31 .The plants have an ability or capability to compensate the yield loss by the pests up to certain extent.
32.In IPM the pest population is managed (suppressed and maintained below ETL level or at level at which the harm due to pest is become insignificant or minor) .
33.IPM is a variable package of different pest management strategies based on regular pest surveillance and agroecosystem Analysis for taking decisions for adoption of interventions for suppressing the pest population below ETL .In ipm the chemical pesticides are aimed to be adopted as a last option only to combate the emergent situation in the field.Nonchemical methods are promoted or adopted before using chemicals.
34.All the pesticides are harmful to nature and society
35.Pesticides are more harmful than the pests.