1.IPM के द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल l
2.IPM के प्रभाव का आकलन
IPM एक प्रकार का सुरक्षित खेती करने का तरीका है जिसमें फसल उत्पादन एवं फसल सुरक्षा के तरीकों को सुरक्षात्मक बनाते हुए कम से कम खर्चे में ,कम से कम रसायनिक ¹कीटनाशकों एवं उर्वरकों के प्रयोग को करते हुए तथा सामुदायिक स्वास्थ्य ,पर्यावरण, पारिस्थितिक तंत्र ,जैव विविधता ,प्रकृति व उसके संसाधनों तथा समाज को कम से कम बाधा पहुंचाते हुए खाने के लिए अधिक से अधिक एवं सुरक्षित, जहर मुक्त तथा तथा व्यापार हेतु गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पाद पैदा किए जाते हैं l जिसके लिए फसल उत्पादन एवं फसल रक्षा की मौजूदा सभी विधियों को समेकित रूप से प्रयोग करके फसलों में पाए जाने वाले सभी हानिकारक जीवो की संख्या को आर्थिक हनी स्तर के नीचे सीमित रखते हुए फसल उत्पादन एवं फसल रक्षण किया जाता है l
इसके लिए अक्सर यह देखा गया है कि कृषक भाई खेती करते समय अथवा आईपीएम करते समय कृषि उत्पादन एवं फसल रक्षा हेतु संस्तुति की गई एवं अपने अनुभव के आधार पर प्रयोग की गई सभी विधियों को समेकित रूप से प्रयोग करते हैं और अपने उद्देश्य के अनुसार फसल उत्पादन करते हैं l इसके दौरान कई बार कृषक किसी विशेष प्रकार की विधि को अपनाकर भी फसल उत्पादन करते हैं और उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं l यहां यह बता देना अति आवश्यक है कि आई पीएम का कार्य करने करने वाले कुछ व्यक्ति सिर्फ उसी क्षेत्र कोIPM के द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल मानते हैं जिनमें आईपीएम इनपुट्स जैसे जैविक नियंत्रण कारक ,जैविक कीटनाशक तथा वनस्पतियों एवं जंतुओं पर आधारित कीटनाशकों ,विभिन्न प्रकार के ट्रैप्स आदि इनपुट का प्रयोग किया गया हो परंतु ऐसा नहीं है lयह इनपुट आई पीएम के कार्य को सिर्फ सुविधा तो प्रदान कर सकते हैं तथा तथा इनका प्रयोग फसल उत्पादन एवं फसल रक्षा हेतु आवश्यक इनपुट के रूप में नहीं किया जा सकता है l क्योंकि इनकी अनुपस्थिति में कृषि कार्य या फसल उत्पादन एवं फसल रक्षा के कार्य रोका नहीं जा सकता l
IPM की विचारधारा रसायनिक कीटनाशकों के प्रयोग के विरुद्ध नहीं है परंतु विचारधारा रसायनिक कीटनाशकों के दुरुपयोग के अवश्य ही विरुद्ध हैl इस विचारधारा के अनुसार रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग सिर्फ आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रयोग करने की अनुमति देता है l अक्सर यह देखा गया है की किसान कीटनाशकों का उपयोग स्तुति के अनुसार ना करके अपनी इच्छा के अनुसार उच्चतम एवं न्यूनतम संख्या मैं करते हैंl कीटनाशकों का इस प्रकार से किए जाने अगर फसल उत्पादन लगभग बराबर होता है तो सभी प्रकार के क्षेत्र को आईपीएम क्षेत्र माना जा सकता है परंतु यदि उत्पादन में प्रभावी अंतर मिलता है तो न्यूनतम प्रयोग में किए जाने वाले कीटनाशकों वाले क्षेत्र को IPM में कवर करना माना जाना चाहिए l आईपीएम एक पूर्व निर्धारित पैकेज नहीं है यह तुरंत निर्णय लेने वाली विधि है l जिसमें रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए संस्तुति प्रदान की जाती हैl
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