Monday, August 9, 2021

जैविक नियंत्रण कार कोके संरक्षण द्वाराकवर किया गया क्षेत्रफल

फसल उत्पादन एवं फसल रक्षण पद्धति से उन कर्षण क्रियाओं तथा विधियां को दूर करना अथवा कम करना जिनका फसल पर्यावरण में पाए जाने वाले लाभदायक जीवो या जैविक नियंत्रण कार्य को की संख्या अथवा वृद्धि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है जैविक नियंत्रण कारकों का संरक्षण कहलाता है तथा इस क्षेत्रफल को जहां इन कृषि  क्रियाओं को दूर किया जाता है जैविक नियंत्रण कारको के संरक्षण द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल कहलाता है  l इस संदर्भ में यह उल्लेख करना आवश्यक है कि अधिकांश तौर पर रसायनिक कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग के द्वारा कवर किया फसलों का क्षेत्रफल ही  अधिकांश तौर पर आता है यहां पर जैविक नियंत्रण कारकों की संख्या एवं वृद्धि पर रसायनिक कीटनाशकों का विपरीत प्रभाव पड़ता है l जैविक नियंत्रण कार को  के संरक्षण हेतु रसायनिक कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग नहीं करना चाहिए तथा इसके स्थान पर spot application of chemical pesticides अति आवश्यकता पड़ने पर करना चाहिए इसके अतिरिक्त जैविक नियंत्रण कारकों के संरक्षण हेतु ज्यादातर वह क्षेत्रफल गिना जाता है जहां पर रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग ना किया गया हो फिर भी यह क्षेत्रफल वहां पाए जाने वाले जैविक नियंत्रण कार्य को की संख्या का आकलन एवं सर्वेक्षण करने के बाद ही गिना जाना चाहिए l फसलों का व क्षेत्रफल जहां रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग ना किया गया हो वहां पर पर्याप्त मात्रा में जैविक नियंत्रण कारक मौजूद हो जैविक नियंत्रण कारकों के द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल के अंतर्गत आता है  l  इसके अलावा इकोलॉजिकल इंजीनियरिंग के द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल जिसमें रसायनिक कीटनाशकों के स्थान पर जैविक कीटनाशकों अथवा वनस्पतियों पर आधारित कीटनाशकों का प्रयोग किया गया हो और वहां पर जैविक नियंत्रण कारक पर्याप्त मात्रा में मौजूद हो को भी जैविक नियंत्रण कारकों के संरक्षण के द्वारा कवर किया गया क्षेत्रफल के अंतर्गत आता है  lयह एक प्रकार का मानसिकता परिवर्तन का कार्यक्रम है जिसमें कृषकों को पहले फसल पर्यावरण में पाए जाने वाले लाभदायक जीवो अथवा जैविक नियंत्रण कार्य को की जानकारी एवं उनकी पहचान कराई जाती है इसके बाद उनको यह बताया जाता है कि इन जीवो का फसल पर्यावरण में संरक्षण करें पोषण करें क्योंकि यह जीव हानिकारक जीवो की संख्या पर नियंत्रण करने हेतु अपना विशेष योगदान देते हैं  l यह एक प्रकार का कृषकों को प्रेरित करने वाला कार्यक्रम है l जिसके लिए कृषकों को कृषक गोष्ठियों के द्वारा फसलों के सर्वेक्षण के दौरान प्रशिक्षण के दौरान, संपूर्ण गांव के दृष्टिकोण के तरीके से IPM Farmers Field Schools संचालन करते समय लाभदायक जीवो के चित्रों को कृषकों को दिखाकर एवं फसल में मौजूद लाभदायक जीवो को दिखा करके उनकी पहचान करवा कर तथा बड़े-बड़े होर्डिंग लगा कर के कृषकों को प्रेरित किया जाता है तथा सर्वेक्षण के दौरान में पाए गए उस क्षेत्रफल को जहां पर लाभदायक जीवो अथवा जैविक नियंत्रण कारकों की संख्या बहुतायत में होती है जैविक नियंत्रण कार्य को के का संरक्षण क्षेत्र माना जाता हैl और उस एरिया में रसायनिक कीटनाशकों के प्रयोग को न्यूनतम करके अथवा ना करके तथा इसके अतिरिक्त अन्य कर्षण क्रियाएं तथा फसल उत्पादन में की जाने वाली विधियों जैसे कि उन खेतों में जहां पर लाभदायक जीव अथवा जैविक नियंत्रण कारकों की संख्या फसल अवशेषों में पाई जाती है की फसल अवशेषों को नहीं जलाना चाहिए इससे जैविक नियंत्रण  कारकों का फसलों में संरक्षण अगली फसल में आसानी से किया जा सकता है l
सर्वेक्षण के आधार पर फसलों का वह छेत्रफल जिसमें पर्याप्त मात्रा में लाभदायक जीव अथवा जैविक नियंत्रण कारक पाए जाते हो जैविक नियंत्रण कार को अथवा फसल पर्यावरण में पाए जाने वाले अन्य लाभदायक जीवो का संरक्षण क्षेत्रफल कहलाता है l
जैविक नियंत्रण कार्य को के संरक्षण हेतु अन्य विधियों का उपयोग किया जाता है जिनमें इकोलॉजिकल इंजीनियरिंग अर्थात मुख्य फसल के साथ-साथ अंतर फसलों को उगाना तथा फसल के खेत के चारों तरफ लाभदायक जीवो अथवा हानिकारक जीवो को आकर्षित करने वाली फसलों को बॉय आ जाना इसके साथ साथ लगातार हानिकारक एवं लाभदायक जीवो की संख्या का खेत में आकलन एवं निगरानी रखने खेतों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के जैविक नियंत्रण कार्य को एवं लाभदायक जीवो का संरक्षण किया जा सकता है तथा इसकी संरक्षित क्षेत्र को लाभ दायक जीवो का संरक्षण क्षेत्र कहते हैं जिसका आकलन एवंcalculation करके लाभदायक जिओ अथवा जैविक नियंत्रण कारकों का संरक्षण का क्षेत्रफल निकाला जा सकता है  l
IPM अनुभव के आधार पर यह भी नोट किया गया है कि कई बार अधिक से अधिक रसायनिक कीटनाशकों के उपयोग के बावजूद भी कुछ खेतों में लाभदायक जीवो की संख्या पर्याप्त मात्रा में मिलती है इस इस प्रकार की दशा में एक शोध विषय उभर कर आता है उन खेतों में जहां जैव नियंत्रण कार्य को जिनकी संख्या अधिक से अधिक रसायनों स के उपयोग के बावजूद खेतों में अधिक पाई जाती है क्या उन उपयोग किए गए रसायनिक कीटनाशकों के प्रति उनमें कोई प्रतिरोधक क्षमता तो विकसित नहीं हुई है इस प्रकार का अध्ययन करना भी आवश्यक है l यह स्थिति मैं अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर कह रहा हूं l

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