बाजार से इनपुट ना खरीदे जाने की वजह से इस खेती में कोई इनपुट कॉस्ट नहीं होती है सिर्फ सिर्फ 30 एकड़ की खेती के लिए एक देसी गाय पालने के ऊपर होने वाले खर्च के अलावा l
2. मिट्टी की उर्वरा शक्ति तथा उसमें सूक्ष्म जीवाणु,सूक्ष्म तत्व तथा ऑर्गेनिक कार्बन एवं जैव विविधता की वृद्धि होती है l
3. सरकार के द्वारा कृषि उत्पादों के भावों को कम ज्यादा करने पर भी किसान अपने कृषि उत्पादों को सब्जियों को छोड़कर बेचने के समय तक तथा इच्छा अनुसार अपने घरों पर जब तक चाहे तब तक रख सकते हैं और बाद में सही भाव मिलने पर बेच सकते हैं
4. बैंकों के कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती जिससे कृष को मैं आत्महत्याओं की संभावनाएं कम हो जाती हैं l
5. सिर्फ 10% पानी की खपत में उसने पैदा की जा सकती हैं और 90% पानी की बचत होती है l
6. बिजली के खर्चे तथा बिल में 90 प्रतिशत बचत होती है l
7. क्षतिग्रस्त पारिस्थितिक तंत्र ओं का पुनर स्थापन होता है और जैव विविधता का संरक्षण होता है l
8. किसी भी रसायन का इस्तेमाल ना होने की वजह से रसायनों पर होने वाला खर्चा बच जाता है l
9. प्राकृतिक संतुलन कायम रहता है l
10. पर्यावरण प्रदूषण नहीं होता l
11. खाने के लिए सुरक्षित कृषि उत्पादों एवं बाजार के लिए गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पादों का उत्पादन होता है l
12. लागत मूल्य जीरो अथवा न्यूनतम होने की वजह से नो प्रॉफिट नो लॉस पर भी कृषि उत्पादों की बिक्री की जा सकती है जिससे समाज के सभी वर्गों के लोग आसानी से यह कृषि उत्पाद खरीद सकते हैं l
13.No health hazards for community health. सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा नहीं होता l
14. पोषण युक्त खाद्य सुरक्षा
15. सुरक्षित भोजन तथा खाद्य सुरक्षा साथ साथ l
16. जैव विविधता का संरक्षण एवं बढ़ोतरी l
17. आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण विकास भी l
18. समृद्ध साली किसान एवं समृद्धि साली समाज l
19. सामुदायिक स्वास्थ्य की रक्षा l
20. मिट्टी की उर्वरा शक्ति में बढ़ोतरी
21. मिट्टी में Humus की निर्मिती l
22. पारिस्थितिक तंत्र की सक्रियता l
23. फसल की उत्पादकता में वृद्धि l
24,. कृषकों की आय में वृद्धि l
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