Saturday, April 25, 2020

कोरोना महामारी को काबू रखने के लिएदेशव्यापी बंद के दौरान प्राप्त अनुभव

कोरोना एक प्रकार का विषाणु है जो जानवरों एवं मनुष्य दोनों को प्रभावित करता है तथा उनको मृत्यु तुल्य नुकसान पहुंचाता है l इस वर्ष यानी  2020 के दौरान अभी हाल में कोरोना एक सर्वव्यापी अंतर्देशीय या वैश्विक महामारी के रूप में उभर कर आया है और भारत समेत विश्व के करीब 100 से अधिक देशों को प्रभावित किया है l इस विषाणु से बचने के लिए एवं इस विषाणु को कंटेन करने के लिए या काबू में रखने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात एक दूसरे से दूरी बनाए रखना तथा अपने आप को घरों में सीमित रखना ही एकमात्र विकल्प है जो इस महामारी को फैलने से रोक सकता है l भारत सरकार ने संपूर्ण भारत बंद या lockdown  लागू किया जिससे कोरोना महामारी केफैलाव को रोका जा सके l इस भारत बंद का प्रथम फेस the  24 .3 .2020  से 14 ,4 .2020 तक तथा दूसरा फेस 15. 4 . 2020 से 3 .5 . 2020 तक लागू किया गया l इस दौरान प्रत्येक व्यक्ति को अपने घरों के अंदर ही सीमित रहने को कहा गया तथा उनके बाहर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया जिसको शक्ति से एवं बलपूर्वक लागू किया गया इसकी वजह से दूसरे देशों की अपेक्षा हमारे देश में कोरोना महामारी का प्रभाव कुछ हद तक कम ही हुआ l इस देशव्यापी बंद के दौरान हमने विभिन्न प्रकार के पर्यावरणसे जुड़े हुए एवं प्रकृति पर आधारित तथा सामाजिक ,जीवनशैली संबंधी एवं रोजगार से जुड़े हुए प्रभाव एवं परेशानियां तथा अनुभव प्राप्त किए इनमें से कुछ अनुभव निम्न प्रकार से है l
A. प्रकृति एवं पर्यावरण संबंधी :-
1. जल ,वायु , ध्वनि  प्रदूषण में कमी आना
2. नदियों का पानी साफ होना  l
3. वाह वातावरण के तापक्रम में विशेष बढ़ोतरी ना होना l
4. आकाश साफ सुथरा प्रतीत होना तथा ध्रुव तारा , सप्त ऋषि मंडल , शुक्र,
 तारों का स्पष्ट रूप से चमकते हुए दिखाई देना l
5. नदियों में पाए जाने वाले जीवो की गतिविधियां साफ स्पष्ट दिखाई देना l
6. विभिन्न प्रकार की जैव विविधता  का सक्रिय होना होना l
7. पौधों तथा वृक्षों की पत्तियों मैं हरीतिमा स्पष्ट रूप से दिखाई देना l
B. जीवन शैली में बदलाव:-
1. सीमित संसाधनों द्वारा जीवन चलाना
2. अपने आप को घर के अंदर ही सीमित रखना एक दूसरे के घरों में जाना बंद कर देना l
3.Early to bed early to rise ,makes a person healthy,wealthy and wise. परंतु सारे दिन खाना और सारे दिन सोना दिनचर्या को परिवर्तित कर देता है तथा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी है यह भी अनुभव किया गया l
4 . पारंपरिक संस्कारों एवं परंपराओं जैसे कि चिड़ियों को पानी पिलाना , जानवरों को खाना खिलाना आदि की पुनरावृत्ति देखने को मिली l
5. जीवन शैली में डिजिटल सिस्टम को लागू करने की आदत या  परिवर्तन को बढ़ावा मिला l 6.घर में बैठकर तरह-तरह के व्यंजनों एवं पकवानों  को खाने से शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हुई l
 7. पार्कों में आदमियों को समूह में घूमने की आदतों में परिवर्तन आया  l
8.. घर में रहकर. तरह-तरह  के व्यंजनों  तथा पकवानों को खाने से विभिन्न प्रकार के समस्याएं सामने आई l
9.Home quarantine,Personel Protective Eqipments(PPE),social distancing,lock down,pandemic, Face Masks,Ventilators,Sanitizers, washing of hands,Hot spot areas, containment zones,Corona warrior's,etc  जैसे शब्द सामान्य बोलचाल की भाषा बन गए l
10. महामारी एवं आपातकाल की स्थिति में बुजुर्गों व अपने अन्य लोगों से हमेशा कनेक्टेड रहे यह जुड़े रहे l 
11. हमें अब जीवन को सुचारू रूप से चलाने के लिए आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा तथा जीवन में डिजिटल या डिजिटलाइजेशन  को अपनाना ही पड़ेगा  l
12.Respect all suspect all.
13. गांव में 2 गज दूर का मंत्र सोशल डिस्टेंसिंग के हेतु अपनाया जाए l
14. बाजारों से लाए गए सामान जैसे कि सब्जियों  व फलों  का प्रॉपर सैनिटाइजेशन एवं साफ सफाई रखना करना l
15. गरीबों, कोरोना वारियर्स ,पशु पक्षियों को भोजन खिलाना  l
16. मन बहलाने के लिए घरों में एक्सरसाइज करना, भजन करना, गाना गाना ,डांस करना तथा अन्य क्रिएटिव एक्टिविटीज करना l
17. फेस मास्क  अब  सभ्य समाज का प्रतीक बन गया l क्योंकि अब फेस मास्क और गमछा से मुंह ढकने की सामाजिक आदत में शामिल कर लिया गया है l
18. 2 गज दूरी बहुत ही जरूरी प्रधानमंत्री के द्वारा कोरोना की रोकथाम के लिए दिया गया नया मंत्र है l
19. आसपास की घटनाओं को एक  नए नजरिया से देखने का अवसर मिला l
20.i आयुर्वेद एवं योग को शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रयोग किया  जाए l
21  हमें महसूस हुआ कि सार्वजनिक स्थानों पर थूकने के क्या नुकसान होते हैं  l अतः  हमें सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकना चाहिए l इस धारणा को समाज ने स्वीकार किया l
22. माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमें अति आत्मविश्वास मैं नहीं फस जाना चाहिए की हमारे इलाके में अभी को रोना नहीं पहुंचा तो आगे भी नहीं पहुंचेगा l सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी l हल्के में ले कर थोड़ी सी छोड़ी गई आग व बीमारी मौका पाकर विनाशकारी हो जाती है l
23. जब हम पर्यावरण का संरक्षण करेंगे तभी कम अक्षय होंगे l अक्षर का अर्थ होता है जिसका विनाश ना हो l
24. भारत की  कोरोना वायरस की लड़ाई people  driven  hi जो जनता के द्वारा लड़ी जा रही है l जिसमें पूरा देश एक लक्ष्य एक उद्देश्य और को लेकर एक दिशा में चल रहा है और हर कोई अपने सामर्थ्य के अनुसार लड़ाई में भागीदार बन रहा है l हमारे देश के किसान देश के फूड सिक्योरिटी खाद्य सुरक्षा को सुरक्षित कर रहा है तथा अपने स्तर पर और स्थानीय स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कर रहा है l देश के सभी लोग करो ना वारियर्स की जरूरतों का ध्यान रख रहे हैं तथा उनको हर प्रकार की जरूरतों की चीजों को उन तक पहुंचा रहे हैं कई जगहों पर लोग इन कोरोना वारियर्स का  कई प्रकार से स्वागत भी कर रहे हैं  l
25.


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