लिए स्वीकार ,कम खर्चीली ,पर्यावरण तथा प्रकृति के अनुकूल विधियों को समेकित रूप से फसल पारिस्थितिक तंत्र का विश्लेषण एवं उस में पाए जाने वाले हानिकारक व लाभदायक जीवो की संख्या का आकलन करते हुए आवश्यकता अनुसार ,न्यायोचित तरीके से प्रयोग करके (जिसमें रसायनिक कीटनाशकों का प्रयोग सिर्फ अंतिम विकल्प के रूप में तथा सिर्फ आपातकालीन परिस्थिति से निपटने हेतु ही प्रयोग करके )फसल पारिस्थितिक तंत्र मैं पाए जाने वाले सभी नाशिजीवो की संख्या को आर्थिक हानि स्तर के नीचे सीमित रखते हुए कम से कम खर्चे में , रसायनिक कीटनाशकों एवं रसायनिक उर्वरकों का कम से कम उपयोग करते हुए खाने के लिए सुरक्षित तथा व्यापार हेतु गुणवत्ता युक्त कृषि उत्पादों का अधिक से अधिक उत्पादन किया जाता है जिससे खाद्य सुरक्षा के साथ-साथ सुरक्षित भोजन ,जीवन को स्थायित्व प्रदान करने हेतु साफ, स्वच्छ हरा भरा तथा अनुकूल पर्यावरण सुनिश्चित किया जा सके और आर्थिक जीडीपी पर आधारित विकास के साथ-साथ पर्यावरण, सामाजिक एवं प्राकृतिक विकास को सुनिश्चित किया जा सके तथा प्रकृति और समाज के बीच में सामंजस्य स्थापित किया जा सके l
विचारधारा एवं थीम द्वारा
राम आसरे
अपर वनस्पति संरक्षण सलाहकार IPM (सेवानिवृत्त)
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