Thursday, July 2, 2020

आई पीएम केक्रियान्वयन हेतु आईपीएम के कार्यक्षेत्र या मैंडेट में बदलाव भाग 2

O1. प्रकृति और उसके संसाधनों जैसे हवा, मिट्टी ,जल, वन्य जीव ,वनों के पौधे, औषधियों तथा जमीन में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीवों तथा सूक्ष्म तत्व के लिए हितेषी  वनस्पति संरक्षण की विधियों का विकास करना तथा उन विधियों का जमीनी स्तर पर ट्रायल करके आईपीएम के पैकेज आफ प्रैक्टिसेज मैं शामिल करना  l
2. पारिस्थितिक तंत्र के अनुकूल बायोडिग्रेडेबल  पदार्थों से निर्मित कृषि उत्पादन एवं फसल सुरक्षा के प्रयोग में आने वाले आईपी m इनपुट्स का विकास करना तथा उनकी उपलब्धता को कृष को को सुनिश्चित करना l
3. किसी विशेष agro-climatic  जॉन के लिए विशेष प्रकार की उपयुक्त के संरक्षण की विधियों विकसित करना अर्थात जोन वाइज आईपीएम पैकेज आफ प्रैक्टिस को विकसित करना तथा उनको  कृष को को और  राज्यों के के कृषि अधिकारियों  को उपलब्ध करवाना l
4.  विभिन्न जोंस के लिए लाभकारी फसल चक्र का चयन करना तथा उनका जमीनी स्तर पर ट्रायल करना l
5. ecological engineering तथा मिक्स क्रॉपिंग के फसल चक्र  का चयन करना एवं उनका जमीनी स्तर पर ट्रायल करके फसल पारिस्थितिक तंत्र में पाए जाने वाले लाभकारी जीवो को संरक्षण करना l
6. पृथ्वी के संरक्षण हेतु बड़े वाले वृक्ष जैसे पीपल ,बरगद, नीम ,आमला ,तुलसी तथा अन्य औषधीय पौधों के रोपण को बढ़ावा देना l
7. मिट्टी की गुणवत्ता की जांच करके उसकी गुणवत्ता के आधार पर सूक्ष्म जीवों एवं सूक्ष्म तत्वों की आवश्यकता के अनुसार उर्वरकों एवं न्यूट्रिएंट्स का प्रयोग करके उनका संरक्षण करना l 
8. किसानों के द्वारा प्रयोग की जाने वाली फसल उत्पादन एवं फसल सुरक्षा की समाज व प्रकृति हितेषी methods का संकलन करना उनका वैलिडेशन करना तथा उनको लोकल आईपीएम पैकेज आफ प्रैक्टिसेज में शामिल करना l
9. गाय ,गोबर, मूत्र घरों के कचरा ,फसलों के अवशेष सो ,आदि पर आधारित तकनीकी ,लाभकारी फसल चक्र की को शामिल करना ,मिश्रित खेती को बढ़ावा देना, हरी खाद के प्रयोग को बढ़ावा देना, पशुओं के मल मूत्र पर आधारित विधियां ,मिट्टी की आवश्यकता एवं उर्वरा शक्ति को  बढ़ावा देना से संबंधित methods  आदि को बढ़ावा देना आईपीएम कार्यक्षेत्र में सम्मिलित किया जाए l
10. मुर्गियों के मल ,भेड़, बकरियों के मिंगनी तथा मूत्र, गोमूत्र तथा गाय के गोबर वर्मी कंपोस्ट, एनिमल मैन ओर हुमन वेस्ट पर आधारित उर्वरकों, ग्रीन मैन्यूरिंग , केचुआ पर आधारित  केचुआ खाद ,जीवामृत  नीम के पौधे पर आधारित इनपुट को बढ़ावा दिया जाए l

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