Friday, July 31, 2020

स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन ,स्वस्थ समाज एवं उत्तम पर्यावरण हेतु ऑर्गेनिक फार्मिंग और आईपीएम अपनाएं.

 दोस्तों जीवन को आरामदायक बनाने के लिए स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन, अनुशासित जीवन चर्या एवं योगाभ्यास  ,उत्तम पर्यावरण एवं जीवन में संतुलन बनाए रखना अति आवश्यक है l जिसके लिए जैविक खेती या ऑर्गेनिक खेती और IPM   पद्धतियां अपनाएं  l
      दोस्तों कवियों ने कहा है की
    पहला सुख निरोगी काया
    दूसरा सुख जो घर में माया
    तीजा सुख जो   पुत्र आज्ञाकारी
      चौथा सुख जो घर  सुकुमारी
 अर्थात जीवन को सुखमय बनाने के लिए निरोगी काया अथवा बीमारी रहित शरीर का होना अति आवश्यक है और स्वस्थ शरीर के लिए तथा बीमारी रहित काया स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन को उगाना और समाज को उपलब्ध करवाना एक मात्र विकल्प है  l
   सुरक्षित एवं स्वस्थ भोजन भोजन उगाने के लिए कृषि कार्य में या फार्मिंग में जहरीले रसायनिक कीटनाशकों एवं रसायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध होने वाले प्रयोग को कम करना और अगर हो सके तो बिल्कुल ना करना एक मात्र उपाय हैं l इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट  को अपनाकर फसल उत्पादन में  रसायनिक कीटनाशकों एवं  रसायनिक उर्वरकों  के उपयोग को कम किया जा सकता है एवं इनका उपयोग उपयोग बिल्कुल ना करने से जैविक कृषि अथवा ऑर्गेनिक फार्मिंग के द्वारा रसायन रहित कृषि उत्पादों का उत्पादन किया जा सकता है l सरकार के द्वारा चलाए जा रहे ग्रो सेफ फूड  campaign के द्वारा कृषकों एवं खेतिहर मजदूरों तथा आईपीएम के सभी भागीदारों के बीच में जागरूकता पैदा की जा रही है एवं उनको प्रशिक्षित भी किया जा रहा है l   खाद्य सुरक्षा एवं सुरक्षित भोजन  उत्पादन करने वाली वाली   विधियों को एक साथ अपनाकर सुरक्षित भोजन का उत्पादन किया जा सकता है जिसके लिए फसल उत्पादन हेतु रसायनिक कीटनाशकों एवं रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग को ना किया जाए l
 जिस भोजन को खाने से शरीर को कोई नुकसान ना होता हो या जिसका शरीर पर कोई विपरीत प्रभाव ना पड़ता है उसे सुरक्षित भोजन कहते हैं l कृषि उत्पादों या भोजन  के उत्पादन हेतु विभिन्न प्रकार के रसायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का अंधाधुंध प्रयोग किया जाता है जिससे इन कीटनाशकों एवं उर्वरकों के अवशेष भोजन उत्पादों  मैं आ जाते हैं और वह भोजन श्रंखला के द्वारा हमारे शरीर में पहुंचकर विभिन्न प्रकार की बीमारियां पैदा करते हैं l सबसे ज्यादा मिलावट आजकल खेती व उससे उत्पादित होने वाले कृषि उत्पादों में हो रही है जो रसायनिक कीटनाशकों व रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग करने से होती है अतः स्वस्थ फसल उत्पादन हेतु खेतों में रसायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का  न्यायोचित इस्तेमाल करें या हो सके तो बिल्कुल ना करें और ऑर्गेनिक खेती या जैविक खेती को बढ़ावा दें l रसायनिक कीटनाशकों के स्थान पर  पशुओं , वनस्पतियों  आदि पर आधारित  कृषि इनपुट  के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाए जिससे उत्पन्न होने वाले कृषि उत्पादों में सायनिक कीटनाशकों के अवशेषों की संभावना कम की जा सके l स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन ही स्वस्थ समाज की निशानी है l  स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन ही स्वस्थ जीवन का आधार है l
   दूसरा खानपान क्या खाया जाए और क्या ना खाया जाए यह भी बहुत आवश्यक है अनुभव के आधार पर यह बताया जाता है कि अधिक नमक  ,maida ,चीनी  एवं जंक फूड को  खाने से बचा जाए l
 सही जीवन शैली  या लाइफस्टाइल के बगैर ham स्वस्थ नहीं रह सकतेl loop
  खेत ,खलियान, किसानों की दशा इतनी अच्छी नहीं है जितने की होनी चाहिए l किसानों व मजदूरों को विशेष महत्व देने की आवश्यकता है जो कि अभी तक उपेक्षित होते रहे हैं बहुत सारे सरकारी योजनाएं भी कृषक हितेषी नहीं है  l
खेती जोखिम भरा व्यवसाय है अतः उसको प्राकृतिक तरीके से बर्बाद होने पर उचित मुआवजा भी देना चाहिए तथा इसको प्राकृतिक आपदा मैं शामिल करना चाहिए l
     शुद्ध भोजन के लिए हम तरस या छत पर बागवानी को महत्व दे सकते हैंl  प्रतिदिन योगाभ्यास एवं व्यायाम से स्वस्थ समाज बना सकते हैं l योगा विभिन्न बीमारियों को दूर करता है और समाज को स्वस्थ रखने में मदद करता है l खेती या जैविक खेती एवं एक ही क्लास में जो प्रबंधन के द्वारा हम सुरक्षित खेती को बढ़ावा दे सकते हैं और जहर मुक्त खेती बना सकते हैं l मैं विभिन्न बीमारियों से छुटकारा दिला सकती है l
      आरामदायक जीवन के लिए प्रकृति और उसके संसाधनों का संरक्षण करना अति आवश्यक है जिसके लिए मनुष्य का योगदान अति आवश्यक है l प्रकृति को बचाएं उसका संरक्षण करें तभी हमारे जीवन का संरक्षण हो सकता है l
 स्वस्थ एवं सुरक्षित भोजन स्वस्थ समाज एवं उत्तम पर्यावरण हेतु आईपीएम एवं ऑर्गेनिक फार्मिंग या जैविक खेती को अपनाने एवं बढ़ावा दें l



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