Wednesday, August 5, 2020

परिकल्पना विभिन्न प्रकार के राम राज्य की

1 .राम चरित मानस अथवा रामायण के हिसाब से राम राज्य इस प्रकार से परिभाषित किया जाता है l
 दैहिक दैविक भौतिक तापा
 रामराज   काहू नहीं व्यापा
  अर्थात रामराज में शारीरिक   दैविक अथवा  देवी और प्राकृतिक या भौतिक प्रकार की परेशानियां किसी को नहीं होती थी l
2. राम के जीवन से कर्तव्य परायणता या कर्तव्यनिष्ठ  वीरता ,उदारता , Niti van ,शक्तिशाली एवं समृद्ध साली होना ,न्याय की मूर्ति होना, दूसरों के प्रति दयालु, करुणा वन, भाई बंधु की भावना या भाईचारे की भावना, कर्म ही धर्म है का उद्देश्य, सत्य पर अडिग रहना की शिक्षा मिलती है l साथ ही साथ यह भी शिक्षा मिलती है कि भय बिन होय न प्रीत l 
विनय न मानत जलाधि जल गए 3 दिन बीत
कहे राम सकोप तब भय बिन होय न प्रीत

 महात्मा गांधी का रामराज्य:-

रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीताराम
 ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवान
2. सत्य और अहिंसा पर आधारित रामराज्य की परिकल्पना l
3.  Untouchability  एक अभिशाप है
4. गांव का विकास
5  स्वदेशी को बढ़ावा
6. Nature can fulfill our needs but it cannot fulfill our greeds.
7. खादी को बढ़ावा देना
  मोदी का राम राज्य
1. राजनीति से ओतप्रोत या राजनीति के हिसाब से
2. सबका साथ ,सबका विकास और सबका विश्वास
 Togetherness of everyone  for development of everyone and trust of everyone.
3  विस्तार वाद नहीं विकासवाद
4. समृद्ध और सशक्त
5. तत्परता या तुरंत कदम उठाना
6 स्किल इंडिया स्वदेशी पर आधारित
7. fit India Movement
8  स्वच्छ भारत
9 उज्जवला योजना
.10.. खादी को बढ़ावा देना

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