Thursday, July 7, 2022

IPM Philosophy part XI

Analysis and manipulation of biotic and abiotic factors and ability of tolerating crop  loss due to adverse ecological and climatic  conditions and pests up to certain extent by the crop plants due to bearing of extra parts by the plants in crop and decision making for the adoption of crop production,protection and management practices to suppress the pests population below ETL is called as AESA based IPM.Habitate manipulation through  Ecological Engineering is an example of AESA based way of IPM.
फसल पारिस्थितिक तंत्र विश्लेषण के द्वारा आईपीएम क्रियान्वयन करना:--
फसल पारिस्थितिक तंत्र विश्लेषण फसल में पाए जाने वाले सभी जैविक व अजैविक कारकों का विश्लेषण करके फसल उत्पादन अथवा फसल रक्षा पर उनके पारस्परिक प्रभाव तथा संबंधों तथा पौधों में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की क्षमताओं का फसल उत्पादन पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों के अनुसार कृषि क्रियाओं को खेतों में अपनाने के विषय में निर्णय लेने  को एग्रोइकोसिस्टम एनालिसिस अथवा फसल पारिस्थितिक तंत्र विश्लेषण कहते हैं तथा इस विधि के द्वारा क्रियान्वयन किए जाने वाले आई पीएम के तरीके को एग्रोइकोसिस्टम एनालिसिस पर आधारित आई पीएम कहते हैं l  इकोलॉजिकल इंजीनियरिंग के द्वारा खेतों में हानिकारक जीवो की संख्या को आर्थिक हानी स्तर के नीचे सीमित रखने को एग्रोइकोसिस्टम एनालिसिस पर आधारित आईपीएम कहते हैं l
आई पी एम एवं जीरो बजट पर आधारित प्राकृतिक खेती दोनों ही प्रकृति पर आधारित खेती करने की विचारधाराएं है l प्राकृतिक खेती की सभी गतिविधियां एवं प्रैक्टिसेज आई पी एम मैं शामिल की जा सकती हैl आईपी एम ऑर्गेनिक खेती तथा प्राकृतिक खेती तक पहुंचने का प्रथम सोपान है l

No comments:

Post a Comment