Wednesday, September 8, 2021

आईपीएम पैकेज आफ प्रैक्टिसेज मेंऔर किन किन विधियों कोसमावेशित किया जाए

आज के परिदृश्य एवं परिपेक्ष में मांग के आधार पर विकसित की गई आई पीएम की विचारधारा के अनुसार आई पीएम से संबंधित विभिन्न विभागों के द्वारा विकसित किए गए अथवा बनाए गए पैकेज आफ प्रैक्टिसेज में निम्नलिखित परिवर्तन अथवा बदलाव या अन्य विधियों को भी  शामिल किया जाना चाहिए जिससे वे आज के सामाजिक आर्थिक प्राकृतिक जलवायु व पर्यावरण के परिदृश्य वह परिपेक्ष में वांछित मांग के आधार पर परिवर्तित हो सके अथवा विकसित हो सके :-
1. पराली प्रबंधन से संबंधित विधियां
2. क्षतिग्रस्त फसल पारिस्थितिक तंत्र का पुणे स्थापन से संबंधित विधियां
3. फसल में उर्वरा शक्ति को बढ़ाने से संबंधित विधिया l
4. आईपीएम पद्धति से प्राप्त किए गए अथवा उत्पादन किए गए फसल उत्पादन में रसायनिक कीटनाशकों के अवशेषों का आकलन संबंधी विधियां l
5. लगातार व्यापार रखने के लिए जरूरी विधियों का समावेश
6. नासि जीव प्रबंधन की पारंपरिक विधियों के साथ-साथ नवीन विधियों का समावेश l
7. इकोलॉजिकल इंजीनियरिंग से संबंधित जानकारी
8. जैविक उर्वरकों एवं जैविक कीटनाशकों कि किसानों के पास उपलब्धता सुगम  करने के उपाय l
9. कृषि नीतियों से संबंधित उपाय l
10. मार्केट एक्सेस से संबंधित उपाय
11. भरपूर फसल वाजिब दाम खुशहाल किसान से जुड़े हुए उपाय l
12. पारिस्थितिक तंत्र को क्रियाशील रखने वाली विधियां को बढ़ावा देना चाहिए l
13.Integrated Farming.
13.Study and use of the methods and process going on for crop production and production in the nature.
14.Methods related with enhancing the production of  in below ground  agroeco system .
15.

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