2. रसायनिक पेस्टिसाइड्स के अल्टरनेटिव्स या जैविक आईपीएम इनपुट की अनपलब्धता उपलब्धता l
3. विभिन्न आईपीएम के भागीदारों में आईपीएम की विचारधारा के बारे में विस्तृत जानकारी का ना होना l
4. केंद्र व राज्य स्तर पर आईपीएम नीति का अभाव या ना होना l
5. आईपी एम के भागीदारों के बीच में परस्पर समन्वय की कमी l
6. आईपीएम भागीदारों का विभिन्न मतों अथवा मानसिकता ओं में बटा होना l
7. आईपी एम के सभी भागीदारों में आईपीएल के सिद्धांतों के बारे में जानकारी का अभाव l
8. राज्य व केंद्र स्तर पर प्रशिक्षित मानव संसाधनों की कमी तथा प्रशिक्षित मानव संसाधनों को दूसरे स्कीमों में चले जाना l
9. रसायनिक कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग होना l
10. केवल रासायनिक कीटनाशक ही वनस्पति रक्षा या प्लांट प्रोटक्शन के लिए रामबाण है ऐसी मानसिकता ओं का आई पी एम के भागीदारों के बीच में या मन में घर कर जाना l
11. रसायनिक कीटनाशकों के दुष्परिणामों को अनदेखा किया जाना l
12. खेतों में पाए जाने वाले लाभदायक एवं हानिकारक जीवो के प्रति सहानुभूति की कमी होना l
13. फसल पारिस्थितिक तंत्र में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के जीवो की आई पी एम क्रियान्वयन हेतु भूमिका या योगदान को अनदेखा किया जाना l
14. आईपीएम भागीदारों में इच्छाशक्ति की कमी l
15. कृषि में रसायनों के उपयोग को बढ़ावा देना l
16. आईपीएम पैकेज आफ प्रैक्टिसेज को प्रयोग में ना लाना l
17. आई पी एम इनपुट्स के उत्पादन हेतु केमिकल पेस्टिसाइड्स के समांतर में जैविक पेस्टिसाइड्स या इनपुट्स का उत्पादन करने हेतु उद्योगों को स्थापित ना करना l
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