सरकार एवं समाज को रसायनिक कीटनाशकों एवं फटलाइजर के दुष्परिणामों के प्रति सचेत रहते हुए आई पीएम का क्रियान्वयन करना चाहिए एवं करवाना चाहिए l सरकार एवं समाज को पर्यावरण प्रकृति एवं प्रकृति के संसाधनों तथा समाज के अन्य घटकों के प्रति संपूर्ण सहानुभूति रखते हुए आईपीएम का क्रियान्वयन करना चाहिए l
रसायनिक कीटनाशकों को वरीयता पूर्वक प्रयोग करने वाली मानसिकता मैं परिवर्तन लाना, फसल पर्यावरण या फसल पारिस्थितिक तंत्र में पाए जाने वाले सभी जीवो के प्रति सहानुभूति रखना, फसल
पारिस्थितिक तंत्र में पाए जाने वाले सभी जिओ के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना तथा आईपीएल को क्रियान्वयन करने हेतु हेतु जैविक आईपीएम इनपुट की उपलब्धता किसानों के द्वार पर सुनिश्चित करना पीएम को क्रियान्वित करने के कुछ महत्वपूर्ण आवश्यकताएं है l
आईपीएम से संबंधित सभी भागीदारों के बीच आई पीएम के अंधाधुंध प्रयोग से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति जागरूकता पैदा करना उनको शिक्षित करना प्रेरित करना तथा नॉन केमिकल आई पीएम इनपुट को प्रयोग हेतु सक्षम बनाना आईपीएम क्रियान्वयन करने की कुछ प्रमुख आवश्यकता है l
फसल में पाए जाने वाले सभी हानिकारक जीवो की संख्या का आकलन नियमित या रेगुलर निगरानी कार्यक्रम के द्वारा करके एग्रोइकोसिस्टम एनालिसिस के द्वारा फसल में अपनाए जाने वाली गतिविधियों के विषय में निर्णय लेना भी आई पी एम के क्रियान्वयन की मुख्य आवश्यकता है जिसमें रसायनिक इनपुट के प्रयोग को अंतिम विकल्प के रूप में सिर्फ आपातकालीन स्थिति के निपटान हेतु जानकारी प्राप्त होती है तथा रसायनिक कीटनाशकों के न्यायोचित प्रयोग करने में मदद मिलती है l
No comments:
Post a Comment