Wednesday, December 15, 2021

प्राकृतिक खेती से लाभ

1. जीरो बजट पर आधारित प्राकृतिक खेती प्रकृति के सिद्धांतों पर तथा खेती हेतु बाजार से कोई भी इनपुट प्रयोग न करने के सिद्धांत पर आधारित है l प्राकृतिक खेती में रसायनों का उपयोग पूर्ण रूप से वर्जित होता हैl
    प्राकृतिक  संसाधनों का खेती में प्रयोग करके और बढ़ावा देकर प्राकृतिक खेती की जाती है l
      पारंपरिक खेती को पुनर्जीवित करना ही           प्राकृतिक खेती है l
2. कम लागत से ज्यादा मुनाफा l
3 . पर्यावरण संतुलन में मददगार l
4. रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा l
5. मिट्टी के स्वास्थ्य एवं उत्पादकता में वृद्धि  l
6. फसल पर की एवं रोगों की कमी l
7. कम पानी में अच्छी पैदावार l
8. पर्यावरण अनुकूल खेती l
9. सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति करने वाली l
10. पोषण सुरक्षा, पर्यावरण संबंधी स्थिरता और भूमि की उत्पादकता के उद्देश्यों के बीच संतुलन स्थापित करने वाली l

 11.   प्राकृतिक संभावित व्यावहारिक तरीके के             रूप    में उभरी हुई खेती की प्रणाली l
12. प्राकृतिक खेती सभी बाहरी तत्वों के उपयोग को नकार ती है और पूरी तरह से मिट्टी की सूक्ष्मजवों पर आधारित जैव विविधता
के संवर्धन एवं प्रणाली से संबंधित प्रबंधन पर निर्भर करती है l
13. यह जैव विविधता को संरक्षण करने में सहायक होती है l
14. पर्यावरण को रसायनिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों के दुष्परिणामों से बचाती है l
15. मृदा जेब कार्बन से संबंधित अवयवों में सुधार करने की दिशा में उठाए जाने वाला एक कदम है l
16. पानी के उपयोग को 30 से 60% तक कम कर देती है l
17. उत्पादक सामग्रियों में काफी कम लागत के साथ-साथ जीरो रसायनिक इनपुट l
18. प्राकृतिक खेती में अभी धान मूंगफली काला चना मक्का और मिर्च फसलें शामिल की गई है l
19. पैदावार मैं 8 से 32% की वृद्धि l
20 प्राकृतिक खेती किसानों की आजीविका, लोगों के स्वास्थ्य ,पृथ्वी और मिट्टी की दशा और सरकारी खजाने के लिए उपयोगी है l
21. प्राकृतिक खेती में भूगर्भ जल संचित रहता है
22. प्राकृतिक खेती में जमीन के अंदर पाए जाने वाले लाभदायक बैक्टीरिया या जीवाणु जो उपज बढ़ाने वाले रसायन Humus की वृद्धि के लिए सहायक होते हैं l

23. प्राकृतिक खेती से जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन की मात्रा में वृद्धि होती है l
24. प्राकृतिक खेती में जमीन में पाए जाने वाला भारतीय केचुआ विशेष महत्व रखता है यह केचुआ जमीन को पूरा करता है जिससे पानी तथा ऑक्सीजन , नाइट्रोजन जैसे पदार्थ जमीन के अंदर तक जाती हैं और जमीन की उर्वरता को बढ़ाते हैं l
25 . प्राकृतिक खेती पूर्व अतीत के अनुभवों से सीख ले कर वर्तमान की खेती की नई चुनौतियां के अनुसार अपनी खेती को डालने का प्रयास है l
26. प्राकृतिक खेती में वर्तमान खेती पद्धति में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की चुनौतियां के लिए उचित विकल्प तलाशने की आवश्यकता है l अर्थात जब धरती माता के भूगर्भ में पानी की कमी होगी तथा मौसम साथ नहीं देगा और मिट्टी की उर्वरता भी कम हो जाएगी तो ऐसे हालत में कम है नवीन विकल्प खोजने होंगे और प्रकृति पर आधारित खेती के विधियों  को ढूंढना होगा तथा उन्हें विकल्प के तौर पर प्रयोग करना पड़ेगा
27. प्राकृतिक खेती से धरती माता का स्वास्थ्य ठीक रहेगा ,पैसा भी बचेगा  ,प्राकृतिक संतुलन कायम रहेगा तथा प्रकृति के संसाधनों का संरक्षण भी होगा l
28. प्राकृतिक खेती से किसान आत्मनिर्भर स्वस्थ और संपन्न होगा l
29. प्राकृतिक खेती 21वीं सदी में भारतीय कृषि का कायाकल्प करने में मदद करेगी तथा कृषि को दूसरे सेक्टर्स में विविधीकरण करने में भी सहायक होगी l खेती को इथेनॉल बनाने में तथा सौर ऊर्जा बनाने वाले कसी पदार्थों के प्रसंस्करण या प्रोसेसिंग अन्य सेक्टर्स में विविधीकरण किया जा सकता है l
30. यद्यपि केमिकल फार्मिंग की वजह से हरित क्रांति आई और इसकी वजह से ही खाद्य सुरक्षा मिली परंतु इस मॉडल में रसायनों जैसे रसायनिक उर्वरक एवं रसायनिक कीटनाशकों आदि का अंधाधुंध प्रयोग होने से विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी, पर्यावरण संबंधी, प्रकृति संबंधी, समाज संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हुई तथा गरीबों की रसोई भी महंगी हो गई lअतः अब इन रसायनों का विकल्प खोजना आज की खेती की प्रमुख प्राथमिकता है l प्राकृतिक खेती  रसायनों के विकल्प देने में सहायक होती हैं l
31. खेती को केमिस्ट्री लैब से निकलकर प्रकृति की प्रयोगशाला से जोड़ना होगा l
32.Lab to land programmes बढ़ावा देना पड़ेगा l
33. प्राकृतिक खेती बीज से लेकर  बाजार तक वादा प्रदान करती है l करीब 80% छोटे किसानों को यह खेती फायदा प्रदान करेगी l
34. गांधी जी ने कहा है कि जहां शोषण होगा वहां पोषण नहीं होगाl
35. प्राकृतिक खेती को जन आंदोलन बनाने की जरूरत है l
36. Chemical Farming   हेतु हमें रसायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों को इंपोर्ट करना पड़ता है जिस पर बहुत अधिक खर्चा होता है l प्राकृतिक खेती इस खर्चे से मुक्त होगी l
37.


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