Sunday, May 17, 2020

IPM के द्वारा किया गया क्षेत्र का कवरेज एवं प्रभाव आकलन के संबंध में कुछ विचार भाग 2

 कृषि उत्पादन एवं फसल रक्षण कार्यक्रम दोनों ही इंटीग्रेटेड या एकीकृत तकनीक पर आधारित होते हैं जिसमें एक से अधिक गतिविधियों ,  विधियों एवं प्रैक्टिसेस को सुविधा पूर्वक ,  आवश्यकतानुसार किसी विशेष उद्देश्य को पूर्ति हेतु  जिसके लिए खेती की जाती है , एकीकृत अथवा समेकित रूप से प्रयोग की जाती हैl देश का प्रत्येक किसान आईपीएम का क्रियान्वयन अपने फसल उत्पादन के दौरान अपने तरीके से अपने विशेष उद्देश्य की पूर्ति हेतु करता है l जिसमें वह फसल उत्पादन एवं  फसल रक्षा तथा तथा  आईपीएम की  सभी विधियों को बीज के चयन से लेकर के कटाई एवं विपणन तक प्रयोग करता है जोकि IPM   package of practices  मैं बताई जाते है l इन विधियों एवं पद्धतियों का प्रयोग जब कृषक सामुदायिक स्वास्थ्य ,पर्यावरण ,इको सिस्टम ,जैव विविधता , प्रकृति एवं सोसाइटी  को ध्यान में रखते हुए करते हैं तथा उनसे तालमेल बैठाकर के करते हैं तो हम इन सभी प्रेक्टिस को सम्मिलित रूप से आईपीएम प्रैक्टिस या आईपीएम का क्रियान्वयन कहते हैं ,नहीं तो इन सभी को सामान्य प्लांट प्रोटक्शन की श्रेणी में डाला जाता है l  फसल उत्पादन  हेतु प्रयोग जाने वाली  सभी विधियां आईपीएम के क्रियान्वयन की विधियों के रूप में मानी जाती है अतः फसल उत्पादन हेतु कवर किया गया संपूर्ण क्षेत्र आईपीएम  के द्वारा कवर किए गए क्षेत्र मैं ही गिना जाता है IPM के प्रभाव  का आकलन करने के लिए निम्नलिखित पैरामीटर्स के आधार पर उनका प्रभाव का आकलन IPM  And  NonIPM खेतों के लिए तुलनात्मक रूप से किया जाना चाहिए l 
1 . पर यूनिट एरिया में उत्पादन की गई पैदावार
2. रसायनिक कीटनाशकों के छिड़काव की संख्या
3. लाभदायक जीवो के संख्या का आकलन
4. प्रत्येक इकाई क्षेत्रफल में प्रयोग की गई प्रयोग की गई रसायनिक कीटनाशकों की मात्रl
5. पैदा किए गए फसल उत्पादों में रसायनिक कीटनाशकों के अवशेषों की मात्रा का विश्लेषण एवं आकलन आकलन
6. लागत और लाभ के अनुपात का आकलन yani cost benefit ratio
7. टोटल इनकम और टोटल लाभ
8 फसल पारिस्थितिक तंत्र पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन  जय श्री मिट्टी की गुणवत्ता तथा अन्य पर्यावरण प्रदूषण के प्रभाव
9. फसल उत्पादन के विपणन पर पड़ने वाले प्रभाव
 10  विपणन हेतु गुणवत्ता  स्टैंडर्ड पर पड़ने वाले प्रभाव
11. IPM inputs  की प्रयोग की गई मात्रा
12. सामाजिक प्रभाव जैसे सामुदायिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव तथा किसान की आर्थिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभावl
13. फसल उत्पादों के खरीदारों की उपलब्धता
14. ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों का आकलन
14. खेत में पाए जाने वाले मित्र जीवो की पहचान करने का कृषकों का ज्ञान का आकलन
15 . एग्रोइकोसिस्टम एनालिसिस के द्वारा निर्णय लेने की कृषकों की क्षमता एवं ज्ञान का आकलन
16.  IPM इनपुट के प्रयोग AVN unke quality control की जानकारी l
17.

IPM के प्रभाव की उपरोक्त जानकारी के लिए IPM क्रियान्वयन  करने के पूर्व एवं बाद में कृष को के साथ संवाद करके एवं साक्षात्कार करके बेंच मार्क सर्वे प्रोफार्मा में एंट्री करके तुलनात्मक अध्ययन के रूप में ली जा सकती है  l
........








No comments:

Post a Comment